शब्दकोशों , में तेरा नाम ढूढता हूँ ,
निष्फल तुम्हारी उपमा उपनाम ढूढता हूँ -
कलियों में,कोशों में, बहारों की वीथियों में ,
झरनों में, सरिता ,सागर, की, सीपियों में ,
निश्छल ,रश्मियों, का प्रतिदान भेजता हूँ -
सुप्रभात,,गोधुली अमृत वेला की मानसी ,
अनुभूतियों की वीणा बजती, अनाम सी-
अपनों से परायों से पयाम भेजता हूँ-
किसलय, कान्ति-वन, हरिता की गोंद में ,
आभा में ,श्वेतिका में ,श्वाती की बूंद में .
प्रतिदर्शों की भीड़ में भी निशान ढूंढ़ता हूँ -
उदय वीर सिंह -
27 /03 /2012
निष्फल तुम्हारी उपमा उपनाम ढूढता हूँ -
कलियों में,कोशों में, बहारों की वीथियों में ,
झरनों में, सरिता ,सागर, की, सीपियों में ,
निश्छल ,रश्मियों, का प्रतिदान भेजता हूँ -
सुप्रभात,,गोधुली अमृत वेला की मानसी ,
अनुभूतियों की वीणा बजती, अनाम सी-
अपनों से परायों से पयाम भेजता हूँ-
किसलय, कान्ति-वन, हरिता की गोंद में ,
आभा में ,श्वेतिका में ,श्वाती की बूंद में .
प्रतिदर्शों की भीड़ में भी निशान ढूंढ़ता हूँ -
उदय वीर सिंह -
27 /03 /2012
9 टिप्पणियां:
सुन्दर...अति सुन्दर....
सादर,
अनु
असरदार प्रस्तुति |
आभार ||
सुन्दर प्रस्तुति
बहुत सुंदर रचना,बेहतरीन प्रस्तुति
MY RESENT POST...काव्यान्जलि... तुम्हारा चेहरा.
तुम्हारा नाम ढूढता हूं ... बहुत सुंदर भाव रचना का ... !!
बहुत सुंदर रचना
" aaj ka agra "
उत्कृष्ट अभिव्यक्ति का अनुकरणीय उदाहरण है आपकी यह रचना।
बहुत सुंदर भावमयी रचना...
सुन्दर!!
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