शक्ति कोई भी हो, समाज
बदलना ही चाहिए-
पथरायी आँखों को, रास्ता
मिलना ही चाहिए -
रात कुछ लम्बी हो गयी है,
बेबसी व विपन्नता की
उगाओ सूरज कि ,प्रभात
होना ही चाहिए-
मांगने से तो मौत भी ,
कहीं नहीं मिलती ,
मांगते हो जिंदगी तो हौसला
होना ही चाहिए-
वजूद रखना है इनसान का
दो रोटी का भरोषा
होना ही चाहिए -
खैरात नहीं है जिंदगी का मिलना,
उसके हिस्से का शबाब ,
मिलना ही चाहिए -
गिरफ्तार है शाजिशन ,
चढ़ा देंगे सलीब पर
हिदुस्तान की रिहाई पर फैसला
होना ही चाहिए -
- उदय वीर सिंह
7 टिप्पणियां:
मुक्त हो अब देश अपना..
आपकी उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार 27/11/12 को राजेश कुमारी द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी आपका चर्चा मंच पर स्वागत है!
मांगने से तो मौत भी ,
कहीं नहीं मिलती ,
मांगते हो जिंदगी तो हौसला
होना ही चाहिए-
बहुत बढ़िया ..
आँखें पथराती गईं, नहीं सुबह नहिं शाम |
हँसी -ख़ुशी के आ रहे, नहीं कहीं पैगाम |
नहीं कहीं पैगाम, दाम नित्य मौत वसूले |
मिटता गया वजूद, आज तो जीवन भूले |
बुझती आशा ज्योति, दागती गर्म सलाखें |
अब आयेगा कौन, करकती रविकर आँखें |
होना तो चाहिए पर बस होता नहीं .... सुंदर अभिव्यक्ति
शक्ति कोई भी हो, समाज
बदलना ही चाहिए-
पथरायी आँखों को, रास्ता
मिलना ही चाहिए -
बहुत ही बढिया ...
गिरफ्तार है शाजिशन ,
चढ़ा देंगे सलीब पर
हिदुस्तान की रिहाई पर फैसला
होना ही चाहिए -
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति ,,,,
recent post : प्यार न भूले,,,
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