उन्हें सुनना नहीं आता
हमें कहना नहीं आता-
उन्हें मरना नहीं आता
हमें जीना नहीं आता-
दे जख्म पर जख्म गहरे
कहते सीना नहीं आता-
नंगे न हुए उनकी महफ़िल
कहते संवरना नहीं आता -
हमें कहना नहीं आता-
उन्हें मरना नहीं आता
हमें जीना नहीं आता-
दे जख्म पर जख्म गहरे
कहते सीना नहीं आता-
नंगे न हुए उनकी महफ़िल
कहते संवरना नहीं आता -
खोदे खाईयां मेरी जानिब
कहते चलना नहीं आता -
प्यास पानी की, देते शराब
कहते हैं पीना नहीं आता -
कदम चले पूरब की ओर
कहते मदीना नहीं आता -
हैं वो बहारों में रहने वाले
कहते हैं पसीना नहीं आता-
उदय वीर सिंह
प्यास पानी की, देते शराब
कहते हैं पीना नहीं आता -
कदम चले पूरब की ओर
कहते मदीना नहीं आता -
हैं वो बहारों में रहने वाले
कहते हैं पसीना नहीं आता-
उदय वीर सिंह
1 टिप्पणी:
यही तो बिडम्बना है..
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