शुक्रवार, 4 अक्तूबर 2013

संग तराशोगे-

***
मूरत  निकल के आएगी 
जो संग तराशोगे-

आएगी दर मुकद्दर
अगर पता दोगे-

मुस्कराएगी ख़ुशी  तुमसे 
जब मुस्करा दोगे -

दिखेगा वो जो दिखा नहीं अब तक 
पर्दा जब उठा दोगे -

गुजर जाएगी गमें शाम पल में 
कोई गीत गुनगुना दोगे-

प्यार दिल में संजोये रखना 
मांगेगा कोई तो क्या दोगे -

                    उदय वीर सिंह . 

3 टिप्‍पणियां:

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

प्यार दिल में संजोये रखना
मांगेगा कोई तो क्या दोगे -

बहुत सुंदर प्रस्तुति.!

RECENT POST : पाँच दोहे,

Asha Joglekar ने कहा…

दिखेगा वो जो दिखा नहीं अब तक
पर्दा जब उठा दोगे -

गुजर जाएगी गमें शाम पल में
कोई गीत गुनगुना दोगे-

बहुत सुंदर।

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बहुत ही सुन्दर रचना