मेंरे हाथों में अब मेरी तकदीर दे दे
जगह प्यादे की मुझे वजीर दे दे-
फतह मेरी हो जब जंग लड़ी जाये
कभी हारा न हो उसकी शमशीर दे दे-
मुमताजी यादों में अपना ताज होगा
ख्वाबों का ही सही मुझे जागीर दे दे-
लोग कैसे होते हैं क़त्ल बे-शमसीर
मेरी जुबान को वो तासीर दे दे -
मांगना अच्छा नहीं बार- बार ख़ुशी
उदय मेरे हिस्से की सारी पीर दे दे -
- उदय वीर सिंह
जगह प्यादे की मुझे वजीर दे दे-
फतह मेरी हो जब जंग लड़ी जाये
कभी हारा न हो उसकी शमशीर दे दे-
मुमताजी यादों में अपना ताज होगा
ख्वाबों का ही सही मुझे जागीर दे दे-
लोग कैसे होते हैं क़त्ल बे-शमसीर
मेरी जुबान को वो तासीर दे दे -
मांगना अच्छा नहीं बार- बार ख़ुशी
उदय मेरे हिस्से की सारी पीर दे दे -
- उदय वीर सिंह
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