गुरुवार, 26 जून 2014

कोई ढल गया गीतों में

कोई  ढल गया गीतों में
कोई  बह गया गीतों  में -
जींद  दे  अफ़साने  सारे
कोई कह गया  गीतों में -

कुछ ने  पायी राहें  अपनी
कोई  खो   गया  गीतों  में -
कोई ख़ुशीयां के आँगन मेँ
कोई   रो   गया  गीतों   में -

तन्हाँ कितना सूना सूना
कोई  हो   गया  गीतों  में -
जागा  कोई  रात  उदासी
कोई  सो  गया  गीतों  में -

प्रीत  की   शीतल  पवन
कोई जल  गया गीतों में-
साजों की बन्दिशनवाजी
कोई मिल गया गीतों में -

                          उदय  वीर सिंह