रविवार, 8 मार्च 2015

स्वच्छता की तरफ

'मंगल प्रभात मित्रों  !
बयान दर्ज है - [ समस्त भारत के चेतनशील प्रबुद्ध जनों से ...]
****
आ कदम को बढ़ाएँ स्वच्छता की तरफ 
आ कदम को ......
भारत भूमि को देखो वादियों की नजर 
हमने देखा बहुत दूसरों की तरफ  -
सोणे पाँवों में सजती महावर रहे 
हम भी सोचें सफाई व्यवस्था की तरफ -
मलिनता बीजती है अकथ व्याधियाँ 
स्वर उठाएँ चलो आपदा की तरफ -
स्वच्छ भारत रहे स्वस्थ भारत  रहे 
समर्पित हों इसकी महत्ता की तरफ -
हर गली गाँव अपना शहर स्वच्छ हो 
खूबसूरत लगे दंत कथा की तरह -

उदय वीर सिंह'आ कदम को बढ़ाएँ स्वच्छता की तरफ
आ कदम को ......

भारत भूमि को देखो वादियों की नजर
हमने देखा बहुत दूसरों की तरफ -

सोणे पाँवों में सजती महावर रहे
हम भी सोचें सफाई व्यवस्था की तरफ -

मलिनता बीजती है अकथ व्याधियाँ
स्वर उठाएँ चलो आपदा की तरफ -

स्वच्छ भारत रहे स्वस्थ भारत रहे
समर्पित हों इसकी महत्ता की तरफ -

हर गली गाँव अपना शहर स्वच्छ हो
खूबसूरत लगे दंत कथा की तरह -

उदय वीर सिंह

2 टिप्‍पणियां:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (09-03-2015) को "मेरी कहानी,...आँखों में पानी" { चर्चा अंक-1912 } पर भी होगी।
--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

कहकशां खान ने कहा…

लाजवाब रचना।