शनिवार, 15 अगस्त 2015

राम वतन रहमान वतन है

मान वतन सम्मान वतन है
राम वतन ,रहमान वतन है 
रंग  वतन  है , राग वतन है
आन वतन है शान वतन है -

जीवन की  अक्षय - ऊर्जा है
सुबह वतन है शाम वतन है
कंगन कर ,माथे  की  बिंदी
मंदिर मस्जिद नाम वतन है -

परचम लहराये  विश्व गगन
जीवन की  पहचान  वतन  है
स्वांस स्वांस में वतन समाया
हृदय की सुंदर  गान वतन है -

राम कृष्ण गुरुओं का आँगन
देवों का ,सुंदर  धाम वतन है ,
दया ,प्रेम, करुणा  की  शाला
गीता ,ग्रंथ , कुरान  वतन  है -

उदय वीर सिंह

1 टिप्पणी:

रचना दीक्षित ने कहा…

इस देशप्रेम के जज्बे को कोटि कोटि नमन.

सुंदर प्रस्तुति.