जीवन की अक्षय - ऊर्जा है
सुबह वतन है शाम वतन है
कंगन कर ,माथे की बिंदी
मंदिर मस्जिद नाम वतन है -
परचम लहराये विश्व गगन
जीवन की पहचान वतन है
स्वांस स्वांस में वतन समाया
हृदय की सुंदर गान वतन है -
राम कृष्ण गुरुओं का आँगन
देवों का ,सुंदर धाम वतन है ,
दया ,प्रेम, करुणा की शाला
गीता ,ग्रंथ , कुरान वतन है -
उदय वीर सिंह
1 टिप्पणी:
इस देशप्रेम के जज्बे को कोटि कोटि नमन.
सुंदर प्रस्तुति.
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