लाचार मौत से सौदा किया -
कौन चाहता खेती -बेटी न फले फ़ूले
अभिशप्त लाचार मौत से सौदा किया
फासले कायम रहें ईमानवालों से
बेईमानों ने नसीब को पैदा किया -
नाकामियों के डर से शमशीर छोड़ी
जंग से पहले हार को सिजदा किया
लिखते रहे नसीब औरों की बेखौफ
इंसानों इंसानियत से ही पर्दा किया
उदय वीर सिंह
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