गुरुवार, 4 अगस्त 2016

ये पीड़ा की अभिव्यक्ति नहीं

क्रंदन 
चित्कार
हताशा निराशा 
विकलता विपन्नता का 
का कातर स्वर 
क्या आपको सुनाई देता है 
ये पीड़ा की
अभिव्यक्ति नहीं 
प्रदर्शन ,विरोध भी नहीं 
प्रतीकार भी नहीं 
विवसता का उपजा संस्कार 
मौन होने को  
अहकती ध्वनि ढलने को ,
किसी शमशान से नहीं 
तथाकथित इंसानी 
बस्तियों से 
आती है ..... । 

उदय वीर सिंह 





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