रविवार, 30 अक्तूबर 2016

शौर्य शिखर के दीपों से -

दीपोत्सव की हृदय से बधाई व शुभकामनाएं मित्रों ! जीवन उजाले से जगमगाता रहे तमस तिरोहित हो ,जा कही किसी गह्वर । आत्मबल आधार पाये दया करुणा प्रेम सहकार संस्कार बन जाए । हृदय से कामना ... -

अर्पित कर एक दीप अंधेरे को ,
तम का साम्राज्य कुछ तो कम होगा -
तज कंगन शमशीर लिया कर मैंने 
मातृभूमि का वेदन कुछ तो कम होगा -
सरहद से अब प्रीत हमारी वीर
ले हाथ शीश सीमा पर उत्सव होगा -

उदय वीर सिंह

2 टिप्‍पणियां:

शिवम् मिश्रा ने कहा…

ब्लॉग बुलेटिन टीम और मेरी ओर से आप सभी को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं|


ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, "ब्लॉग बुलेटिन का दिवाली विशेषांक“ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

Amrita Tanmay ने कहा…

हार्दिक शुभकामनाएँ।