शुक्रवार, 1 सितंबर 2017

समय के पाँव ने ...

समय के राग ने..
समय की छांव ने हँसाया भी बहुत है
समय की धूप ने जलाया भी बहुत है
समय के पाँव ने चलाया भी बहुत है
समय के घाव ने रुलाया भी बहुत है
समय की आँख ने दिखाया भी बहुत है
समय ने राज भी छुपाया बहुत है -
समय के राग ने गवाया भी बहुत है
समय के साज ने नचाया भी बहुत है
उदय वीर सिंह

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