शुक्रवार, 3 नवंबर 2017

जो आप चाहेंगे ...

बादल वहीं बरसेंगे जहां आप चाहेंगे
तूफान ठहर जाएंगे जहां आप चाहेंगे -
निर्वात में जीवन की कल्पना कैसे
वीर हवा वहीं बहेगी जहां आप चाहेंगे --
अपराध अपराधी में फर्क रहेगा
सजा उसी को होगी जिसे आप चाहेंगे -
मुमताज़ शाहजहाँ रहें कहीं और
ताजमहल वहीं रहेगा जहां आप चाहेंगे -
फूल मुस्कराएंगे तो महक जायेगी हवा
महक वहीं होगी जहां आप चाहेंगे -
किसके सिने में दम है की रो भी ले
हँसेगा भी वही जिसे आप चाहेंगे -
जिसकी आँख उसकी नजर कैसे होगी
वही देख सकेगा जिसे आप चाहेंगे -
मांगने को हाथ बहुत हैं अधिकार
जिएगा वही जिसको आप चाहेंगे -

उदय वीर सिंह

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