शोला नहीं हूँ
नीर मलय
शराब नहीं प्याला हूँ मैं
मुझे ढलना नहीं आता-
रिश्ता हूं मैं वस्त्र नहीं
मुझे बदलना नहीं आता
शफ़ीना नहीं शाहिल हूं
मुझे चलना नहीं आता -
एक दिल हूं आंख नहीं
मुझे रोना नहीं आता -
पुष्प हूं गिरगिट नहीं मैं
रंग बदलना नहीं आता -
हवा हूं मैं मौजें नहीं
मुझे लौटना नहीं आता -
कलम हूं बाचक नहीं
लिखता हूं पढ़ना नहीं आता -
उदय वीर सिंह
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