जरूरत है मिले -आपको भी हमको भी
आओ रोटी की बात करें -
जेब आसमानी नहीं भरी किसी की खाली है
आओ अनदेखी की बात करें-
रेशमी लिबास से रंज क्यों करना
तन नंगा है धोती की बात करें -
विदेशी सामानों का गरुर पालते क्यों हैं
गर्व से देशी की बात करें -
पैबंद को भी पैबंद नहीं मिलता सोचो
लबों पर पड़ी खामोशी की बात करें -
उदय वीर सिंह
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