चिंगारियां तय करो ... ....
हिस्सेदारियों से पहले जिम्मेदारियां तय करो,
कर्ज बहुत हो गया है वीर ,देनदारियां तय करो-
मुक्त हो जाये अपना देश घातक बिमारियों से,
पहले हर चोले- चेहरों से वफादारियां तय करो-
समय मांगता है जागना किसी तूफ़ान से पहले
सर्द हो जाए ये जिंदगी कि चिंगारियां तय करो -
उदय वीर सिंह
1 टिप्पणी:
वाह। शीर्षक में तय करो कर लें।
एक टिप्पणी भेजें