दिल
को
उदास मत रखिये
गम
को आस-पास मत
रखिये -
लौट
कर
फिर आएगी वो ख़ुशी
प्रीत को निराश मत रखिये -
जरा देर तक
ठहर गया तूफ़ान है,
मुद्दतों का कयास मत रखिये -
हर
जीव शरीक है आपकी गर्दिशी में
आप
अकेले हैं अहसास मत
रखिये -
दस्तक है अनजान छुपे दुश्मन की ,
छोटी जमीन छोटा आकाश मत
रखिये -
उदय
वीर सिंह
2 टिप्पणियां:
जय मां हाटेशवरी.......
आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
29/03/2020 रविवार को......
पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में. .....
सादर आमंत्रित है......
अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
https://www.halchalwith5links.blogspot.com
धन्यवाद
लौट कर फिर आएगी वो ख़ुशी
प्रीत को निराश मत रखिये -
वाह!!!
बहुत सुन्दर, सकारात्मक सृजन।
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