शनिवार, 28 मार्च 2020

गम को आस-पास मत रखिये ...


दिल को उदास मत रखिये
गम को आस-पास मत रखिये -
लौट कर फिर आएगी वो ख़ुशी
प्रीत को निराश मत रखिये -
जरा देर तक ठहर गया तूफ़ान है,
मुद्दतों का कयास मत रखिये -
हर जीव शरीक है आपकी गर्दिशी में
आप अकेले हैं अहसास मत रखिये -
दस्तक है अनजान छुपे दुश्मन की ,
छोटी जमीन छोटा आकाश मत रखिये -
उदय वीर सिंह


2 टिप्‍पणियां:

kuldeep thakur ने कहा…


जय मां हाटेशवरी.......

आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
29/03/2020 रविवार को......
पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में. .....
सादर आमंत्रित है......

अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
https://www.halchalwith5links.blogspot.com
धन्यवाद

Sudha Devrani ने कहा…

लौट कर फिर आएगी वो ख़ुशी
प्रीत को निराश मत रखिये -
वाह!!!
बहुत सुन्दर, सकारात्मक सृजन।