उन्नयन (UNNAYANA)
रविवार, 19 अप्रैल 2020
अग्रे विजय हमारी .....
हम प्यार और सहकार का तूफ़ान लायेंगें
पुनः अतीत का गौरव वही सम्मान लायेंगें -
हर दलदल मरूस्थल को सब्र से पार करना है,
बन्जर हो गयी धरती में फ़िर से फ़ूल आयेंगे -
शान्ति प्रेम अहिंसा का संसार साजा था,
फ़िर वही दुनियां वही धरती आसमान लायेंगें -
उदय वीर सिंह
1 टिप्पणी:
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
ने कहा…
बहुत खूब
19 अप्रैल 2020 को 2:58 pm बजे
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