सोमवार, 13 अप्रैल 2020

इस पार कोरोना बैठा है ..उस पार कोरोना बैठा


आंसू वेदन राहों पर ,संसार ,कोरोना बैठा है
इसपार कोरोना बैठा है उसपार कोरोना बैठा है
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारों पर शत्रु -मित्र दीवारों पर
चौपड़ शतरंज कसीनों पर,मदिरालय और मशीनों पर
निर्मल धूमिल द्वारों पर खूंखार कोरोना बैठा है -
भर उड़ान गंतव्यों से घर की ओर मतवाले हैं ,
मनहर गोधूलि की बेला है अब पंछी आने वाले हैं,
हैं बृक्ष बहुत सहमे सहमें हर डाल कोरोना बैठा है -
नेता भी अभिनेता भी हलधर और अध्येता भी ,
उद्योगपति,रंगरेटा भी मालिक मजूर संग बेटा भी
मत खोल मौत की प्राचीरें द्वार कोरोना बैठा है -
उदय वीर सिंह

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