रविवार, 29 जनवरी 2023

" बंजर होती संस्कृति "






 🙏🏼 नमस्कार सुधि मित्रों!

क्षमा प्रार्थी हूँ आप सभी सुधि मित्रों स्नेहियों का ,मेरी पुस्तक  " बंजर होती संस्कृति " (कहानी संग्रह )सरलता से उपलव्ध होने में देर व कठिनाई हुई। पुस्तक आमेजन व फ्लिपकार्ट पर अब उपलव्ध है।आप इसे अब प्राप्त कर सकते हैं। दिल्ली के स्नेही जन ,पाठक इसे हंस प्रकाशन /डिस्ट्रीब्यूटर से भी आसानी से ले सकते हैं। सुदूर के मित्र नीचे दिए लिंक से प्राप्त कर सकते हैं।-

https://www.amazon.in/gp/product/9391118372/ref=cx_skuctr_share?smid=A2ZXCEXTVOQ71E

  आप सभी से निरंतर प्राप्त हो रहे प्यार व शुभेक्षाओं का सदैव ऋणी हूँ।आपका निर्देश व अनुशंसाएं सर्वथा स्वीकार।

उदय वीर सिंह।

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