tag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post1303201451906864965..comments2024-03-28T14:46:23.919+09:00Comments on उन्नयन (UNNAYANA): *** शाम हुयी तो ,सुबह हुयी***udaya veer singhhttp://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-1015333624829923982011-03-03T12:21:12.218+09:002011-03-03T12:21:12.218+09:00कमाल का लिखते हो, सीधा मन छूने में कामयाब ! शुभकाम...कमाल का लिखते हो, सीधा मन छूने में कामयाब ! शुभकामनायें आपको !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-56306041105090694812011-02-27T19:56:46.651+09:002011-02-27T19:56:46.651+09:00राह-ए- मंजिल में, हरदम धोखा ही नहीं ,
उपरवाले पर ...राह-ए- मंजिल में, हरदम धोखा ही नहीं , <br />उपरवाले पर कुछ तो यकीं कीजिये<br />टूट जाना , बिखरना , मुनासिब नहीं ,<br />आँधियों के सहर से गुजर लीजिये <br />डूबना ही पड़े दिल से डुबो उदय ,<br />बहती गंगा ,संतों की उतर लीजिये.....<br /><br />बहुत सुन्दर और भावपूर्ण काव्य रचना के लिए हार्दिक बधाई।Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-41602710309152193542011-02-26T22:58:16.206+09:002011-02-26T22:58:16.206+09:00छुट जाये आशाओं की जब हर डगर ,
फकीरों की ग...छुट जाये आशाओं की जब हर डगर ,<br />फकीरों की गलियों में घर लीजिये ****<br /><br />बहुत सार्थक और प्रेरक रचना..बहुत भावपूर्ण और सुन्दर...आभार .Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.com