tag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post3524850445032133786..comments2024-03-28T14:46:23.919+09:00Comments on उन्नयन (UNNAYANA): विनिमयudaya veer singhhttp://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-72917617877947158252011-12-12T17:37:05.688+09:002011-12-12T17:37:05.688+09:00मेरे शीतल पवन से नमीं मांग ली ,
निचे पांव...मेरे शीतल पवन से नमीं मांग ली ,<br />निचे पांवों की मेरी जमीं मांग ली -<br />सुनी रातों की साथी मांग ली चांदनी ,<br />चिराग -ए- सफ़र से रोशनी मांग ली - <br /><br />....बहुत भावपूर्ण सुंदर प्रस्तुति..Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-13475418182141215262011-12-11T23:15:03.824+09:002011-12-11T23:15:03.824+09:00मैडम ,विनम्रता से विनय भावना के साथ - आखिर साहित्...मैडम ,विनम्रता से विनय भावना के साथ - आखिर साहित्यकार की पारखी नजर देख ही लेती है जहाँ प्रकाश नहीं होता .....प्रफुल्लित हूँ साथ नतमस्तक भी आपकी टिपण्णी पर / प्रेम विनिमय की वस्तु नहीं है नैशार्गिक है ,यहीं से तो समस्या है यह एकपक्षीय है तो अधुरा है ,अगर साँझा है तो विनिमय की शाला बन ही जाता है ,निर्भर करता है संवेदनाओं पर कौन ,कितना ,कैसे पाया ? .....अभिभूत होता हूँ ,साहित्य मर्मज्ञों की आषिस पाकर......../udaya veer singhhttps://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-6180793570296589992011-12-11T22:03:11.615+09:002011-12-11T22:03:11.615+09:00वाह ………बहुत खूब भाव विनिमय्।वाह ………बहुत खूब भाव विनिमय्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-68639867521196819822011-12-11T17:34:33.376+09:002011-12-11T17:34:33.376+09:00बहुत सुन्दर!बहुत सुन्दर!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-53708085066433362772011-12-11T14:28:37.492+09:002011-12-11T14:28:37.492+09:00सुन्दर रचना ...प्रेम में विनिमय कैसा ?सुन्दर रचना ...प्रेम में विनिमय कैसा ?संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-5841827250272058072011-12-11T02:17:07.499+09:002011-12-11T02:17:07.499+09:00बहुत सुन्दर अभिव्यक्तिबहुत सुन्दर अभिव्यक्तिचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-15983427474841503212011-12-11T00:17:59.350+09:002011-12-11T00:17:59.350+09:00बेहतरीन अभिव्यक्ति, जीवन यूँ ही मगन हो बहती रहे।बेहतरीन अभिव्यक्ति, जीवन यूँ ही मगन हो बहती रहे।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-50060700537505770762011-12-11T00:01:54.158+09:002011-12-11T00:01:54.158+09:00प्रिय शास्त्री साहब उपकृत हूँ , आप मेरी काव्य भ...प्रिय शास्त्री साहब उपकृत हूँ , आप मेरी काव्य भावना को मान दे , आत्मसात,व विवेचित कर निश्छल भाव से स्नेह वर्षाते रहे हैं ,आपका बहुत -२ आदर ....हृदय से आभार प्रकट करते हैंudaya veer singhhttps://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-37263869037581506962011-12-10T23:45:36.178+09:002011-12-10T23:45:36.178+09:00मेरे शीतल पवन से नमीं मांग ली ,
निचे पांव...मेरे शीतल पवन से नमीं मांग ली ,<br />निचे पांवों की मेरी जमीं मांग ली -<br />सुनी रातों की साथी मंगली चांदनी ,<br />चिराग -ए- सफ़र से रोशनी मांग ली - <br />..बहुत सुन्दर, भावपूर्ण अभिव्यक्तिMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-145714450448987318.post-12728366553089074392011-12-10T22:54:37.934+09:002011-12-10T22:54:37.934+09:00आशिकी बन गयी दर्द मेरे लिए ,
फलसफा जिंदग...आशिकी बन गयी दर्द मेरे लिए ,<br />फलसफा जिंदगी का बनाते रहे - <br />--<br />वाह!<br />प्रणय का बहुत सुन्दर चित्रगीत लिखा है आपने!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com