न हो सकी जिंदगी आसान
मशक्कतों के बाद भी -
कैद रह गए जज़्बात दिल में
मिलने के बाद भी -
बनी रही पैरों की जरूरत उदय
उड़ने के बाद भी -
फिजाँ आई ,फिर खिले गुल
मुश्किलों के बाद भी -
मंजिल दे गए शाम को जले दिये
भोर मेँ ढलने के बाद भी -
उदय वीर सिंह
मशक्कतों के बाद भी -
कैद रह गए जज़्बात दिल में
मिलने के बाद भी -
बनी रही पैरों की जरूरत उदय
उड़ने के बाद भी -
फिजाँ आई ,फिर खिले गुल
मुश्किलों के बाद भी -
मंजिल दे गए शाम को जले दिये
भोर मेँ ढलने के बाद भी -
उदय वीर सिंह
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