दीपोत्सव की हृदय से बधाई व शुभकामनाएं मित्रों ! जीवन उजाले से जगमगाता रहे तमस तिरोहित हो ,जा कही किसी गह्वर । आत्मबल आधार पाये दया करुणा प्रेम सहकार संस्कार बन जाए । हृदय से कामना ... -
अर्पित कर एक दीप अंधेरे को ,
तम का साम्राज्य कुछ तो कम होगा -
तज कंगन शमशीर लिया कर मैंने
मातृभूमि का वेदन कुछ तो कम होगा -
सरहद से अब प्रीत हमारी वीर
ले हाथ शीश सीमा पर उत्सव होगा -
उदय वीर सिंह
2 टिप्पणियां:
ब्लॉग बुलेटिन टीम और मेरी ओर से आप सभी को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं|
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, "ब्लॉग बुलेटिन का दिवाली विशेषांक“ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
हार्दिक शुभकामनाएँ।
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