शनिवार, 9 फ़रवरी 2019

सीढियाँ देखीं हैं तो शिखर भी देखिये -

आपने साख़ देखी है,शज़र भी देखिये 
सीढ़ियां देखीं हैं तो शिखर भी देखिये-
जो गए हैं जलते शहर के दरमियाँ 
हिजाब से ही सही मंजर भी देखिये -
जिन हाथों में देखा है लाल गुलाब 
उन हाथों के आप खंजर भी देखिये -
पनाही के अजायबघर का हाल सुना है 
हाथों में लिए खंजर जिगर भी देखिये -
उकेरा है रंग ह्रदय की गहराईयों में डूब 
उस मुसव्विर की नजर भी देखीये -
उदय वीर सिंह

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