उनके हाथों में कलम दे दो
अपना बयान लिखने को
उनको मालूम है अपना नाम
वो जानते हैं अपना नाम लिखने को-
भारत माँ व वन्दे मातरम दस्तावेज हैं ह्रदय के
हिन्दुस्तान
खून में है
तुम कपड़ों पर कहते हो ,
हिन्दुस्तान लिखने को -
फरेब से फुरसत मिली तो माँ याद आये
ये हो नहीं सकता ,गद्दारों को कहो जो
महान लिखने को
उदय वीर सिंह
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