रविवार, 5 मई 2019

बच्चे अधोगति की ओर ....


जब दस लाख से अधिक छात्र भाषा में असफल [फेल] हो जाएँ,जिम्मेदारी तो अपनी बनती है जी ! 
भाषा अभिव्यक्ति की डोर,
कड़ियाँ हो रहीं कमजोर,
बच्चे अधोगति की ओर..
आया कैसा शापित दौर,
हमें समझाना होगा जी !
पढ़ा दस लाखों की है ढेरी
असफलता की बढती बेरी
प्रज्ञा किसकी होगी चेरी
वीथी पुष्पों की अँधेरी
स्वयं सुलझाना होगा जी !
उदय वीर सिंह



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