तालीम भी गयी हाथ से ....
आज बेटे का पत्र आया, बहुत उदास कर गया ,
खरीदने की कोशिश में था मिर्जई,बे-लिबास कर गया -
इल्म की घेरेबंदी से अब हौसला पस्त हो गया,
रह गयी अधूरी तालीम,ठेकेदारों का मुंह उजास कर गया -
पास जागीर न दौलत न तनख्वाह कोई,
छीन रहा इल्म का औजार,जींद रुसवा कर गया -
उदय वीर सिंह
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