देश में उत्सवों का इजाफा हुआ
मधुशाला का मोटा मुनाफा हुआ
अर्थशाला गिरी तो कोई गम नहीं
धर्मशाला के ऊपर सियापा हुआ-
शिक्षा और समृद्धि ने तोड़ें हैं घर
ज्ञानी कहते हैं इनसे तमाशा हुआ -
कोयले से निकल कैद होता रहा
वीर अभिशप्त हीरा तराशा हुआ -
उदय वीर सिंह
2 टिप्पणियां:
तमाशा हुआ
तमाशा हुआ....
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