मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

जय होगी जीवन की ......


जय जीवन की होगी ....
बहारें लौट आएँगी ,चमन आबाद होगा जी
जीवन मुस्कराएगा , मधुर संवाद होगा जी -
वेदना का गमन होगा संयम का जतन होगा
ऊर्जा प्रेम की होगी शमन अवसाद होगा जी -
आज है कैद में पंछी ,पिंजर है हिफाजत में
कल मधुमास जब होगा वो आजाद होगा जी-
दिल टुटा बहुत है ,घात से आघात से वीरों
फिर भी ताज के निर्माण का आगाज होगा जी -
उदय वीर सिंह

कोई टिप्पणी नहीं: