रविवार, 19 अप्रैल 2020

अग्रे विजय हमारी .....

हम प्यार और सहकार का तूफ़ान लायेंगें
पुनः अतीत का गौरव वही सम्मान लायेंगें -
हर दलदल मरूस्थल को सब्र से पार करना है,
बन्जर हो गयी धरती में फ़िर से फ़ूल आयेंगे -
शान्ति प्रेम अहिंसा का संसार साजा था,
फ़िर वही दुनियां वही धरती आसमान लायेंगें -
उदय वीर सिंह