शनिवार, 15 मई 2021

 🙏नमस्कार मित्रों !

ये ज़ख्म भी भर जाएंगे वो खंजर भी टूटेगा।

आज आग बरसी है,बादल पानी भी बरसेगा।

ये दिल मुरीद है हौसलों का वीर झुकता नहीं,

आज अश्क हैं कल हयाती मंजर भी देखेगा।

सफ़र में रहजन ही नहीं सज्जन भी मिलते हैं,

काफ़िला हरहाल में अपनी मंजिल को पहुंचेगा।

उदय वीर सिंह


2 टिप्‍पणियां:

शिवम कुमार पाण्डेय ने कहा…

वाह, बहुत बढ़िया🌻

सुशील कुमार जोशी ने कहा…

हौसला जिन्दा रहे।