.....स्वागत योग्य✍️
अमेरिकी स्टेट असेंबली द्वारा महान शहीद गुरु -पुत्रों " छोटे साहिबजादों " को विश्व के सबसे कम उम्र के 'शहीद ' का अप्रतिम ख़िताब दिया जाना विश्व-जन-मानस का सिक्खी व सिक्ख-दर्शन के प्रति अद्दभुत श्रद्धा तथा स्वागतयोग्य सत्कार है।
साथ ही भारत सरकार का 26 दिसंबर को अपने देश में गुरु-पुत्रों " साहिबजादों " के शहीदी दिवस को " वीर बालक-दिवस " के रूप में घोषित कर मनाए जाने की घोषणा स्वागत योग्य है।
***
जब शख्शियत अंशुमान हो जाती है।
बादलों की कोशिश नाकाम हो जाती है।
रग-रग में मूल्य संस्कारों का खून बहता हो,
सिक्खी सारे जहां में महान हो जाती है।
तख्तो ताज के जानिब बहाते खून देखा है,
वतनो धर्म के ऊपर सिक्खी कुर्बान जाती है।
उदय वीर सिंह।
2 टिप्पणियां:
एक टिप्पणी भेजें