🌷 नूतन वर्ष 2023 🌷
प्रश्न भी रहे समाधान भी...✍️
ये देश भी रहे संविधान भी रहे।
प्रश्न भी रहे समाधान भी रहे।
दिल भी रहे अरमान भी रहे।
हिन्दू भी रहे मुसलमान भी रहे।
बड़ी शिद्दत से इंसानियत के वरक
रोटी व कपड़ा मकान भी रहे।
हो नमींआंख में शबनमीं हो जमीं,
इंसान भी रहे स्वाभिमान भी रहे।
उदय वीर सिंह🌷
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