शनिवार, 18 फ़रवरी 2023

खोया खोया मिलता है....

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पाखंड  की   प्रचीर  में सत्य 

कहीं खोया-खोया मिलता  है।

पाखंड रत जगराते में है सत्य 

कहीं  सोया- सोया  मिलता है।

अहंकार  मद  की  पूंजी  का 

गगनचुम्बी होना आश्चर्यजनक

सत्य ,सरलता की भूमि में कांटा 

तमाम  बोया -बोया मिलता है।

टूट गया तर्कों का धागा,साहस 

सीने  में  रोया - रोया मिलता है

हमने अपनी हार को भी जीत

कहना  सीख  लिया   जबसे,

विजय अनुसंधान का परिमल

कहींअनाम  लकोया मिलता है।

उदय वीर सिंह।


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