प्रिय देशवासियों ! दसवें पातशाह गुरु गोबिंद सिंह जी के 348 वें प्रकाश पर्व पर
आप सबको लख- लख बधाईयां व प्यार -
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सिक्खी आश देती है भरोष देती है
जुल्म के खिलाफ आक्रोस देती है-
जब भी माँगा है वतन ने कौम ने
देती है तो सरफ़रोश देती है -
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गुरु पिता के बारे में किसने क्या कहा -[ एक नजर दस्तावेजों से ]
बुल्ले शाह-
न कहूं अबकी ,न कहूं तबकी
गर न होते गुरु गोबिंद सिंह
सुन्नत होती सबकी -
अल्ला यार खान -
इंसाफ गर करे जो जमाना तो यकीन है
कह देगा के गोबिंद का कोई सानी नहीं है -
अब्दुल तुरानी [ औरंगजेब का जासूस ]-
बादशाह सावधान हो जाईये ,गुरु गोबिंद सिंह ईश्वर का जिवंत रूप है ,उसके विरुद्ध होना ख़ुदा के विरुद्ध होना है .....
मोहमद लतीफ़ [hisotrian ]-
Guru Gobind Singh was great as a
person ,greater as a soldier and as a philosopher he was second to non ....
किबरिया खान [कवि ] -
क्या दसमेश पिता तेरी बात कहूं
जो तूने परोपकार किये -
एक खालस खालसा पंथ सजा
जातों के भेद निकाल दिए-
पीर भीखम शाह [दरवेश]-
पटना [bihar ] की तरफ रुख करके अपनी नमाज
पढते रहे ,यह घोषित कर के की मेरा साईं पटना में अवतरित हो गया है ...
स्वामी विवेकानंद
हमारी नस्ल का महान गौरवशाली नायक ......
लार्ड कनिंघन [इंगलैंड]-
....The lowest of the lowly became equal to the highest of the higher caste .
स्वामी महेश्वरा नन्द -
गुरु गोबिंद सिंह जी ने ,एक सिख में ब्राम्हण क्षत्रिय वैश्य ,शुद्र की सभी शक्तियों[ गुणों ] को समाहित कर दिया ......
W .M .Gregor -
guru gobind singh affected a total reform in the religion manners and habbits of the sikhs .......
F . Pincott .-
God was speaking in guru ....
पंडित मदन मोहन मालवीय -
प्रत्येक हिन्दू परिवार को अपने एक सदस्य को गुरु गोबिंद सिंह के सिंह के रूप में परिवर्तित करना होगा ...
K .M .पणिक्कर -
महान गुरु ने 'आदि ग्रन्थ 'को जीवित गुरु के रूप में स्थापित कर सर्वयापी गुरु का रूप दिया ...
Sir William Warburt -
खालसा तर्कों व् नैतिक मूल्यों के शिखिर मानदंडों पर आधारित है ..
डॉ.राजेंद्र प्रसाद [प्रथम राष्ट्रपति ]-
सिख गुरु महान युग प्रवर्तक व् राष्ट्र नायक हैं जिनके अंदर किसी के प्रति कोई पूर्वाग्रह नहीं है ...
डॉ राधा कृषणन -
गुरु साहिबान अनंत समय के लिए ज्योति स्वरुप
मनुष्यता के दूत हैं ....
बिल क्लिंटन [ एक्स प्रेसिडेंट ऑफ़ अमेरिका ]-
जब हैम मनुष्य प्रजाति में खोजते है तो पाते हैंकी गुरुओं का जीवन और उपदेश समस्त मानव जाति के लिए एक सामान व् पारदर्शी था ,जो अद्भत है ..
दलाई लामा - [धार्मिक गुरु]
गुरु साहिबान अपनी अद्वितीय छबि के कारन आसमान के अप्रतिम तारों के बिच अप्रतिम तारे हैं ...
रबिन्द्र नाथ टैगोर-
गुरु की शबद जोति प्रशंसनीय और अप्रतिम है ..
W .Charchil [ex P .M .England ] -
The superior religion based on suprim social vaues ...
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जर्रे को आफताब बनाए वाले तेरी जरुरत है
ढूंढते हैं नैन मेरे ज्योति वाले तेरी जरुरत है
पंथ की राह में सरबंस लुटाने वाले तेरी जरुरत है
तेरे दर के हम सवाली बाजां वाले तेरी जरुरत है -
वाहे गुरु जी दा खालसा
वाहे गुरु जी दी फ़तेह ....
- उदय वीर सिंह
7 टिप्पणियां:
गुरु गोविन्द सिंह जी को कोटि कोटि प्रणाम.
आपकी इस उत्कृष्ट पोस्ट के लिए हार्दिक आभार.
बहुत सुन्दर संग्रह !
नई पोस्ट सर्दी का मौसम!
वाहे गुरु जी दा खालसा
वाहे गुरु जी दी फ़तेह ....
बहुत आस्था पूर्ण भाव ...उज्ज्वल प्रस्तुति ...
आभार ....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (08-01-2014) को "दिल का पैगाम " (चर्चा मंच:अंक 1486) पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत सुंदर !
महान नायक
वाह जी वाह
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