....सफर-ए-शहादत...✍️
सवा लाख ते एक लड़ाऊं
चिड़ियन ते मैं बाज तुड़ाऊँ,
तबै गोबिंद सिंह नाम कहाऊँ.....।
(श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज)
चमकौर का युद्ध ( 21,22,23 दिसंबर 1704 ई. (विश्व काअद्वितीत्य युद्ध)
गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज सहित, 2 साहिबजादे, 40 गुरू-सिक्ख और 10 लाख से अधिक मुग़ल फौज के बीच लड़ा गया युद्ध । जिसमें दो साहिबजादे बाबा अजित सिंह जी (उम्र 17 वर्ष), बाबा जुझार सिंह जी (उम्र 14 वर्ष),और 40 गुरू-सिक्खों ने अद्वितीय अकल्पनीय शौर्य साहस व रण कौशल के साथ रणभूमि में शहादत पाई।
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शब्द नहीं मिलते मर्म बयां करने को
जबान हारी लगती है।
एक तूँ ही मीरो पीर है दाते बाक़ी
दुनियाँ भिखारी लगती है।
मांगा तो ख़ैर ही मांगा पूरी कायनाते
इंसानियत के वास्ते,
तेरीआशीष कीओट किसी कहकशां से
कहीं भारी लगती है।
उदय वीर सिंह🙏🏼