
किसके यश किसके अपयश की-
षड़यंत्रो के मद महासमर में
अर्जुन की या जयद्रथ वध की -
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सफ़ेद - झूठ के दस्तावेजों
कसमें खाकर कहने वालों की
ऊँचे मोल, न्याय से वंचित
जन- पथ या जगमग पथ की -
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हो बंधी आश जंजीरों से जब
निष्फल क्रंदन है याचन भी
अन्याय समर्थित उद्दघोष उठे
तो जनगण की या जनपथ की -
- उदय वीर सिंह