आज का समाचार
संपादकीय सुविचार
और भी बहुत कुछ
पढ़ा लिया तो ठीक ,
न पढ़ा तो अच्छा है -
गुरु ने शिष्या से
बाप ने बिटिया से
सहोदर ने अनुजा
संत ने श्रद्धालु से-
तोड़ दी मर्यादा आचार -
बाबा की ठगहारी
शिक्षक शुद्ध व्यापारी
कामी बना मुरारी
दानी बना भिखारी-
खून से रंगा अखबार -
अभिनेत्री को गर्भ
अभनेता को शर्द
नेता को हुआ दर्द
नामर्द बना हमदर्द-
मुखवाक छपा चमत्कार -
कुत्ते की गुमशुदगी
स्वर्ग की सीढियाँ
रावन का रनिवास
भूतों की ड्योढ़ीयां -
का वर्णन , दर्शन साभार -
चपरासी धन लखपती
बाबू मिला करोडपति
अधिकारी का अकूत वैभव
लोक -सेवक अरबपति -
न्यायमूर्ति का काला बाजार-
हरिया और पूत मरे भूखे
गोदामों में सडा अन्न
आत्महत्या करे कृषक
मजदूर रोये व्याधि विपन्न-
सुरा सुंदरी से सज्जित डांस बार -
[मेरी एक कविता का अंश.…. ]
-उदय वीर सिंह
संपादकीय सुविचार
और भी बहुत कुछ
पढ़ा लिया तो ठीक ,
न पढ़ा तो अच्छा है -
गुरु ने शिष्या से
बाप ने बिटिया से
सहोदर ने अनुजा
संत ने श्रद्धालु से-
तोड़ दी मर्यादा आचार -
बाबा की ठगहारी
शिक्षक शुद्ध व्यापारी
कामी बना मुरारी
दानी बना भिखारी-
खून से रंगा अखबार -
अभिनेत्री को गर्भ
अभनेता को शर्द
नेता को हुआ दर्द
नामर्द बना हमदर्द-
मुखवाक छपा चमत्कार -
कुत्ते की गुमशुदगी
स्वर्ग की सीढियाँ
रावन का रनिवास
भूतों की ड्योढ़ीयां -
का वर्णन , दर्शन साभार -
चपरासी धन लखपती
बाबू मिला करोडपति
अधिकारी का अकूत वैभव
लोक -सेवक अरबपति -
न्यायमूर्ति का काला बाजार-
हरिया और पूत मरे भूखे
गोदामों में सडा अन्न
आत्महत्या करे कृषक
मजदूर रोये व्याधि विपन्न-
सुरा सुंदरी से सज्जित डांस बार -
[मेरी एक कविता का अंश.…. ]
-उदय वीर सिंह
1 टिप्पणी:
किस हित चलता चक्र देश का,
सब विशिष्ट को, रक्त शेष का।
एक टिप्पणी भेजें