मंगलवार, 13 अगस्त 2019

उनका उजास लिखना ...

अगर आप सुन रहे हैं....
मोहब्बत थी वतन से ख़ता खास लिखना-
जींद गुजरी अंधेरों में उनका उजास लिखना-
न पा सके,ज़माने से बैठे हैं इजलास में,
उनके हक़ में वीर उनका इंसाफ लिखना-
आँधियों ने छोड़ा ही क्या.धूल सने आंसू
सूखे होठों पर आश भरी प्यास लिखना -
न लिख पाए अपने हाथों जुल्म भरी दासतां
अपनी नस्लों के जानिब इतिहास लिखना -
राम आये ,रहीम आये,प्रवर्तक आये
न गयी बेकसी,बेकसों का अहसास लिखना-
उदय वीर सिंह

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