🙏🏼नमस्कार मित्रों
कुछ व्यस्तता व अस्वस्थता के के कारण विश्व पुस्तक मेले में चाहत के वावजूद भी सम्मिलित न हो सका मेरे लिए दुःखद रहा। मूर्धन्य विद्वतजनों व मित्रों के सानिध्य से वंचित रह गया। फिर भी मेरी कुछ पुस्तकें मेले में उपस्थित रहीं प्रकाशकों का हृदय से साधुवाद।
मेरा प्रतिनिधित्व मेरी सुपुत्री उन्नयन कौर ने मेले में किया,बेटे को शुभाशीष व साहसिक कृत्य के लिए उन्हें बधाई। आप सभी मित्रों लेखकों कवियों पाठकों को मेरा प्रणाम व आत्मीय बधाई। आशा करते हैं अगले मेले में मुलाकात होगी।
उदय वीर सिंह।
1 टिप्पणी:
Bohat khubsurat Spanish Classes
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