ख़ुशी के दीप जलें मुझे ख़ुशी होगी ,
आओ करें प्रयास जहाँ अँधेरा है-
चूल्हे बुझे हुए ,दिवा जले तो जले कैसे ,
विस्थापित हो तम , बनाये डेरा है -
एक दिन कीदिवाली से दीप्त नहीं आँगन ,
हर शाम उजारी हो ,एक ख्वाब उकेरा है -
जले न दिल , न बुझे चिरागे - हसरत ,
जाये कहीं दूर , जिसने पथ को घेरा है -
पढ़ सकें अनुबंध , इतनी तो रोशनी पायें,
कह सकें रात गयी , कल प्रभात मेरा है
हँसता ही रहे सदा,दिलो,दिवाली का दिया,
हर द्वार , शिवालों में इंतजार तेरा है
उदय वीर सिंह .
30 -04 -2011
13 टिप्पणियां:
पढ़ सकें अनुबंध , इतनी तो रोशनी पायें,
कह सकें रात गयी , कल प्रभात मेरा है
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ....वाह
आपकी इस ग़ज़ल ने डटके तम को घेरा है .बहुत बढ़िया रचना है आशा के दीप जलाए हुए ,सकारात्मक स्वरों के साथ .
कृपया यहाँ भी पधारें
सोमवार, 30 अप्रैल 2012
सावधान !आगे ख़तरा है
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रविवार, 29 अप्रैल 2012
परीक्षा से पहले तमाम रात जागकर पढने का मतलब
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रविवार, 29 अप्रैल 2012
महिलाओं में यौनानद शिखर की और ले जाने वाला G-spot मिला
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शोध की खिड़की प्रत्यारोपित अंगों का पुनर चक्रण
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/शुक्रिया .
आरोग्य की खिड़की
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पढ़ सकें अनुबंध , इतनी तो रोशनी पायें,
कह सकें रात गयी , कल प्रभात मेरा है,
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति,
वाह,..बेहतरीन रचना,....
MY RESENT POST .....आगे कोई मोड नही ....
कल के प्रभात की उम्मीद है...
चहुं ओर प्रकाश बिखरे यही कामना है।
एक दिन कीदिवाली से दीप्त नहीं आँगन ,
हर शाम उजारी हो ,एक ख्वाब उकेरा है -
बहुत सुंदर
सादर.
एक दिन कीदिवाली से दीप्त नहीं आँगन ,हर शाम उजारी हो ,एक ख्वाब उकेरा है
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति !
एक दिन कीदिवाली से दीप्त नहीं आँगन ,हर शाम उजारी हो ,एक ख्वाब उकेरा है
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति !
''कल कि तरह आज भी सूरज निकलेगा ...
होगी प्रदक्षिणा नभ के पथ पर प्रभामायी ...''
आशावादी सुंदर रचना ....
शुभकामनायें ....!!
चूल्हे बुझे हुए ,दिवा जले तो जले कैसे ,
विस्थापित हो तम , बनाये डेरा है -
एक दिन कीदिवाली से दीप्त नहीं आँगन ,
हर शाम उजारी हो ,एक ख्वाब उकेरा है -
बेहद उत्कृष्ट रचना है यह.
आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें...
दीप-ज्योति
ख़ुशी के दीप जलें मुझे ख़ुशी होगी ,
आओ करें प्रयास जहाँ अँधेरा है-
चूल्हे बुझे हुए ,दिवा जले तो जले कैसे ,
विस्थापित हो तम , बनाये डेरा है -
कृपया रचना निस्संदेह में -सह-मात के स्थान पर शह मात लें .
कृपया यहाँ भी पधारें -
डिमैन्शा : राष्ट्रीय परिदृश्य ,एक विहंगावलोकन
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/
सोमवार, 30 अप्रैल 2012
जल्दी तैयार हो सकती मोटापे और एनेरेक्सिया के इलाज़ में सहायक दवा
urja se bahrti hui bahut hi sashkt rachna...............
yah rachna aaur nisandeh dono rachna padhi..sadar badhayee aaur amantran ke sath
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