शुक्रवार, 8 मार्च 2024

सूना सूना सच









सूना सूना सच ....✍️

एकअकेली जिंदगी दुश्मन हजार देखे।

ईमान की चौड़ी छाती हजारों वार देखे।

मुँह मोड़ लेती हैं फ़िजाएँ भी कभी-कभी

सूना सूना तन्हाई में सच का दरबार देखे।

फरेब  की  दीवारों का  पहाड़  हो जाना

फरेबी एक उसके  हजारों किरदार देखे।

इल्जाम  तो लगा मुजस्सिमों पर आखिर

लूट  में शामिल काफिले का सरदार देखे।

सुर्खियों में आई कल ईमानदारों की सूची

अव्वल दर्जे में कई बेईमान दाग़दार देखे।

उदय वीर सिंह।

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