शनिवार, 21 मार्च 2020

करोना का अंत ..मानव -जीवन की सुबह


करोना का अंत ..मानव-जाति की सुबह ....
महाविनाश के इस विषाणु का एकजुट हो अस्ताचल ढूंढें ,
मानव की रक्षा निश्चित हो , मानवता का परिमल ढूंढें
राग-द्वेष,पाखण्ड नहीं ,धर्म -जाति ,वर्ग भू-खंड नहीं ,
विपदा के इस काल-खंड में,शुभ सबका कल उज्वल ढूंढें -
अपना और पराया छोड़ ,लाभ - हानि का लोभ , मोह
जीवन से नेह अनुराग रहे , सेवा,सहकार का पल ढूंढें -
उदय वीर सिंह



2 टिप्‍पणियां:

Onkar ने कहा…

सुन्दर प्रस्तुति

मन की वीणा ने कहा…

बहुत सार्थक।