करोना का अंत ..मानव-जाति की
सुबह ....
महाविनाश के इस
विषाणु का
एकजुट हो
अस्ताचल ढूंढें ,
मानव की रक्षा निश्चित हो
, मानवता का परिमल ढूंढें
राग-द्वेष,पाखण्ड नहीं ,धर्म -जाति ,वर्ग भू-खंड नहीं ,
विपदा के इस
काल-खंड में,शुभ सबका कल
उज्वल ढूंढें -
अपना और पराया छोड़ ,लाभ - हानि का लोभ , मोह
जीवन से नेह अनुराग रहे , सेवा,सहकार का
पल ढूंढें -
उदय
वीर सिंह
3 टिप्पणियां:
जय मां हाटेशवरी.......
आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
आप की इस रचना का लिंक भी......
22/03/2020 रविवार को......
पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर.....
शामिल किया गया है.....
आप भी इस हलचल में. .....
सादर आमंत्रित है......
अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
https://www.halchalwith5links.blogspot.com
धन्यवाद
सुन्दर प्रस्तुति
बहुत सार्थक।
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