मंगलवार, 21 मार्च 2023

गुलाम से प्यार ..


 





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ये कान  फ़रेब पर ऐतबार जियादा करते हैं।

ये मालिक गुलाम से पियार जियादा करते हैं।

पगार तो मुई खलिस दूज का चांद लगती है,

दरबारी  इनाम  से  पियार जियादा  करते हैं।

जमाना मशगूल रहता है तलाश में हीरे  की,

जमाल से कमतर इश्तिहार जियादा करते हैं।

कांटों की वसीयत में फूलों की चाशनी रखते,

मक्कार भरोषे का कारोबार जियादा करते हैं

उदय वीर सिंह।

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