सोमवार, 9 सितंबर 2019

वाणी संजीवन

अपार ख़ुशी के साथ भाव साझा करूँ कि , आज मुझे मेरी नवल प्रथम अध्यात्मिक कृति " वाणी संजीवन " का मुख-शीर्षक आवरण प्राप्त हुआ । पुस्तक का प्रकाशन ख्यातिलव्ध हिंदी प्रकाशन संस्थान ' विश्व हिंदी साहित्य परिषद् भारत ' द्वारा किया गया है। जिसके विद्वान प्रकाशक मूर्धन्य हिंदी साहित्यकार व हिंदी-सेवी डॉ आशीष कंधवे जी हैं । जिनके स्नेह सानिध्य ने वरकों को पुस्तक का स्वरुप दिया है । ह्रदय से आभार । आभार समस्त स्नेहियों मित्रों स्वजनों आत्मीयों का . ।
उदय वीर सिंह

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