रविवार, 8 सितंबर 2019

इसरो [ISRO]

इसरो [ISRO]
का सफ़र अंतहीन
मात्र विरमित हुआ ,
विसर्जित नहीं ......
पुनः गमित होगा अनंत पथ ,
लिखने को अनंत गाथा
अंतरिक्ष की ,रहस्य की,
भारत के असीम ज्ञान,
आत्मबल शौर्य संकल्प की -
मद्धिम होगी नभ-दीप-शिखा
खुलेंगे पट ,नव युग,ग्रहों के
लिए उद्दाम लालसा
जीवन के विकास की
मानवीय उत्कर्ष विन्यास की .....
हो गयी अरदास तो
जत्था मुड़ता नहीं ,
तेरे पद चिन्ह करेंगे सरदारी
ब्रहमांड की आकाश की ----
उदय वीर सिंह

1 टिप्पणी:

yashoda Agrawal ने कहा…

आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज रविवार 08 सितंबर 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!