🌷....लोड़ी दा पियार सत्कार सदका सारियां लोकां राजा अते रंक नूँ मुबारक....✍️
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सुखआवण दुख जावण दा
त्योहार लोड़ी है।
मस्सियाँ वाली रात दा
भिनसार लोड़ी है।
रब का दित्ता प्यार भरा
उपहार लोड़ी है।
किरत करना बंड के छकणां
सत्कार लोड़ी है।
उदय वीर सिंह।
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