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नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले के आयोजन (25।2।23 से5।3।23) को हमारी हार्दिक बधाई व नेह भरी शुभकामनाएं। इस अनुपम मेले का अपना विशिष्ट अतीत स्थान व गौरव है।
हमें आत्मिक खुशी है कि इस पुस्तक मेले में, हाल संख्या-2 स्टाल न. 387 पर " हंस प्रकाशन " द्वारा प्रकाशित मेरी पुस्तक * बंजर होती संस्कृति * की भी उपस्थिति होगी।
आप सबकी आशीष व स्नेह मिलेगा मेरा दृढ़ विस्वास है।
उदय वीर सिंह।
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