तेरा आना ख्यालों में अच्छा नहीं ,
भूल जाते हैं अक्सर , ज़माने के गम //
ओढ़ना चाहते , उम्र - भर के लिए ,
वफ़ा -ए - कफ़न की निगाहों हम //
मेरी मन्नत नहीं , उल्फतों का शहर ,
तेरे आने का रास्ता , मुकद्दर मेरा --
कुछ पलों ने दिया एक जनम का सफ़र ,
काट लेंगे तेरी यादों की , बाँहों में हम //
दौलत -ए - दर्द दिल से, छिपाने चले ,
कह गए आंसुओं की पनाहों में हम //
यूँ अँधेरे में छिपता नगीना कहाँ ,
देखना चाहते हैं , उजाले में हम //
ख़त्म होते नहीं रास्ते हम- सफ़र ,
प्रीत की राह देकर .क्यों रुखसत हुए ,
उदय तू बताओ , किधर जाएँ हम //
उदय वीर सिंह .
दौलत -ए - दर्द दिल से, छिपाने चले ,
कह गए आंसुओं की पनाहों में हम //
यूँ अँधेरे में छिपता नगीना कहाँ ,
देखना चाहते हैं , उजाले में हम //
ख़त्म होते नहीं रास्ते हम- सफ़र ,
नजराना -ए - मंजिल भले बख्स दो ---
प्रीत की राह देकर .क्यों रुखसत हुए ,
उदय तू बताओ , किधर जाएँ हम //
उदय वीर सिंह .